कौन हैं भारत में अमेरिका के नए राजदूत गार्सेटी? दो साल इंतजार के बाद लगी नाम पर मुहर

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के करीबी माने जाने वाले एरिक गार्सेटी को भारत में अमेरिका का राजदूत चुना गया है. ये पद करीब दो साल से खाली था जिस पर सीनेट ने गार्सेटी के नामंकन की पुष्टि करते हुए भर दिया .
और प्रमुख राजनयिक पद के लिए उनके रास्ते को आसान बना दिया. एरिक गार्सेटी के पक्ष में 52 मत पड़े जबकि उनके खिलाफ 42 मत. बहुमत होने की वजह से उनके नामांकन की पुष्टि हो गई.
सीनेट इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष सीनेटर मार्क वार्नर ने कहा, ‘भारत के साथ अमेरिका के मजबूत संबंध हैं और इसके रणनीतिक ही नहीं बल्कि आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व भी हैं.
दोनों देशों के साझा मूल्यों पर आधारित, आर्थिक एवं व्यापार के क्षेत्र में आगे बढ़ते संबंधों द्वारा समर्थित और अमेरिका में भारतीय लोगों द्वारा मजबूत की गई साझेदारी आने वाले कल के लिए मायने रखती है.’
लगे रेप के आरोप
गार्सेटी के नाम को भारत में अमेरिकी राजदूत के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन ने जुलाई 2021 में ही नामांकित कर दिया था. हालांकि, इन दो वर्षों में गार्सेटी के नाम को मंजूरी नहीं मिली.
क्योंकि कुछ सांसदों ने उनकी नियुक्ति का विरोध किया था और कहा था कि मेयर रहने के दौरान उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था और वो इन आरोपों से प्रभावी ढंग से निपटने में नाकाम रहे थे.
एरिक गार्सेटी कौन हैं?
52 वर्षीय गार्सेटी सैन फर्नांडो घाटी में पले-बढ़े और कोलंबिया विश्वविद्यालय से बीए और एमए किया. उन्होंने ऑक्सफोर्ड और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में रोड्स स्कॉलर के रूप में अध्ययन किया और ऑक्सिडेंटल कॉलेज और यूएससी में पढ़ाया.
वह 12 साल तक अमेरिकी नौसेना में एक अधिकारी के तौर पर पदस्थ थे. वो एक जैज पियानोवादक हैं और फोटोग्राफी का भी शौक रखते हैं. उनकी पत्नी एमी इलेन वेकलैंड के साथ उनकी एक बेटी है.
जब उन्हें 2013 में लॉस एंजिल्स के मेयर के रूप में चुना गया था, तब वो 100 वर्षों में शहर के सबसे कम उम्र के मेयर बने और उस कुर्सी को संभालने वाले पहले यहूदी व्यक्ति थे. इससे पहले, उन्होंने 2006 से 2012 तक लॉस एंजिल्स सिटी काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में और उससे पहले 13वें जिले के काउंसिल सदस्य के रूप में कार्य किया.