क्या है स्पेस टूरिज्म? अब जल्द ही पूरा हो सकता है अंतरिक्ष घूमने का सपना, जानें कैसे?

दुनिया का कौन ऐसा मनुष्य होगा जो एक बार अंतरिक्ष में घूमना न चाहता हो. सोचिये जिस तरह आप धरती में मौजूद विभिन्न पर्यटन स्थलों की सैर कर रहे हैं, वैसे ही अगर आपको अंतरिक्ष में घूमने का भी मौका मिले, तो क्या होगा? क्या आपके लिए यह अनुभव किसी चमत्कार से कम होगा.
अभी तक अंतरिक्ष की सैर सिर्फ अंतरिक्ष यात्री (Astronaut) ही कर पाते हैं, वो भी विशेष यान के जरिए. लेकिन अब महज सात साल बाद यानी 2030 तक आपका भी अंतरिक्ष में घूमने का सपना पूरा हो सकता है. यह बात किसी और ने नहीं बल्कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के मुखिया एस. सोमनाथ (S Somnath) ने कही है.
स्पेस टूरिज्म के मॉड्यूल पर आगे बढ़ रहा है भारत
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के मुखिया एस. सोमनाथ (S Somnath) का कहना है कि भारत खुद के स्पेस टूरिज्म मॉड्यूल पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. साल 2030 तक अंतरिक्ष की सैर की जा सकती है. जिसके लिए प्रति व्यक्ति 6 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे.
वैसे भी अंतरिक्ष के बारे में सिर्फ वैज्ञानिक ही नहीं, बल्कि आम आदमी भी जानना चाहता है. उसे सदा से ही अंतरिक्ष के रहस्यों ने अपनी तरफ आकर्षित किया है और वो एक बार अंतरिक्ष में कदम रखना चाहता है. दुनियाभर के कई देश स्पेस टूरिज्म की दिशा में काफी आगे बढ़े हैं. लेकिन अब भारत में भी सात साल बाद यात्री अंतरिक्ष में कदम रख सकते हैं.
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी जितेंद्र सिंह भी राज्यसभा में कह चुके हैं कि इसरो ने भारत के उप-कक्षीय अंतरिक्ष पर्यटन के लिए व्यवहार्यता अध्ययन करना शुरू कर दिया है. गगनयान का पहला मानव मिशन साल 2024 के अंत में अंतरिक्ष में भेजा जाएगा.
क्या है स्पेस टूरिज्म?
स्पेस टूरिज्म का अर्थ है अंतरिक्ष की यात्रा. स्पेस टूरिज्म का उद्देश्य मनुष्य को अंतरिक्ष यात्रा का अनुभव प्रदान करना है. आप कह सकते हैं कि स्पेस टूरिज्म का अर्थ है कि कोई भी यात्री मनोरंजन के लिए अंतरिक्ष की सैर कर सकता है.
अभी भी कई लोगों के लिए स्पेस टूरिज्म एक सपने की तरह है. हालांकि अंतरिक्ष पर पर्यटन की अवधारणा नई नहीं है.बल्कि दुनियाभर की कई कंपनियां इस पर काम कर रही हैं और मनुष्य को भविष्य में अंतरिक्ष का यात्री बनाने का सपना दिखा रही हैं.
पहले अंतरिक्ष पर्यटक डेनिस टीटो ने 2001 में रूसी सोयुज अंतरिक्ष यान पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) जाने के लिए 20 मिलियन डॉलर खर्च भी किये थे. अरबपति कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) स्पेस टूरिज्म पर काम कर रही है. इसके जरिए कई लोग स्पेस के लिए उड़ान भी भर चुके हैं.