अखिलेश के गढ़ में भाजपा आगे, पढ़े इटावा की काउंटिग का अपडेट

यूपी निकाय चुनाव के आज नतीजे आने हैं. सूबे में ऐसी कई सीटें हैं, जहां दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. ऐसी ही सीट है इटावा नगरपालिका परिषद की. इससे सपा की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है.
इसका अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि वोटिंग से पहले रामगोपाल यादव ने शहर में घूम-घूमकर चुनाव प्रचार किया था.
Live Update:
– सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गढ़ इटावा में वोटों की गिनती जारी है. शुरुआती रुझानों में भाजपा आगे है.
रामगोपाल ने ये उम्मीद भी जताई थी कि पहले चरण की तरह दूसरे चरण की वोटिंग में सपा अच्छा प्रदर्शन करेगी. हालांकि, इसके लिए प्रशासन का निष्पक्ष रहना भी जरूरी है. इटावा सीट से बीजेपी ने वरिष्ठ नेता अशोक दुबे की पत्नी कुसुम को मैदान में उतारा. वहीं, बसपा प्रत्याशी गुलनाज अंसारी शिवपाल सिंह यादव के करीबी रहे इदरीस अंसारी की बहू हैं. सपा ने नामांकन के दिन गुलनाज को झटका दिया था और ज्योति गुप्ता को टिकट दे दिया था.
रामगोपाल के करीबी कुलदीप की पत्नी हैं ज्योति
यहां गौर करने वाली बात ये है कि ज्योति गुप्ता रामगोपाल यादव के करीबी कुलदीप गुप्ता की पत्नी हैं. कुलदीप चेयरमैन रहे हैं. वो निर्दलीय चुनाव लड़े थे और जीत दर्ज की थी. इस वजह से इटावा में रामगोपाल की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि 50 हजार की मुस्लिम समुदाय की आबादी में अगर ध्रुवीकरण हुआ तो इसका फायदा बीजेपी को मिल सकता है.
इटावा की जनता हमारा परिवार- शिवपाल यादव
उधर, शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि इटावा हमारा ग्रह जनपद है. यहां की जनता हमारा परिवार है. इसके साथ ही उन्होंने परिवारवाद के सवाल पर कहा कि हमारी पार्टी में परिवारवाद नहीं है. सपा का हर कार्यकर्ता जनता के बीच जाता है.
जिले में 3 नगर पालिका परिषद और 3 नगर पंचायत की सीट हैं. इसमें इटावा नगर पालिका परिषद, जसवंत नगर नगर पालिका परिषद, भरथना नगर पालिका परिषद और इकदिल नगर पंचायत, लखना नगर पंचायत और बकेवर नगर पंचायत है.