एमएस धोनी ने तो बाजी पलट दी है अभी रोहित शर्मा का इम्तिहान बाकी है

इस कहानी के दो किरदार हैं. महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा. दोनों आईपीएल इतिहास के सबसे कामयाब कप्तान हैं. रोहित की कप्तानी में मुंबई ने पांच बार खिताब जीता है. जबकि धोनी चेन्नई को चार बार चैंपियन बना चुके हैं. लेकिन पिछले साल दोनों ही टीम के साथ ‘डिसास्टर’ हुआ था. पहले हम धोनी की बात करेंगे और फिर रोहित शर्मा की. तारीख 10 मई 2023.
आईपीएल का 55वां मैच. चेन्नई सुपरकिंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबला था. धोनी की टीम ने ये मैच 27 रन से जीत लिया. बावजूद इसके कि चेन्नई ने स्कोरबोर्ड पर 167 रन ही जोड़े थे. जीत और हार में 27 रन का अंतर बताता है कि चेन्नई ने दिल्ली को कोई मौका नहीं दिया. इस जीत के साथ ही चेन्नई सुपरकिंग्स के खाते में 15 प्वाइंट हो गए. वो प्वाइंट टेबल में दूसरी पायदान पर है.
चेन्नई सुपरकिंग्स का प्लेऑफ में पहुंचना तय है!
बड़ी बात ये है कि अभी उसे 2 मैच और खेलने हैं. यानी चेन्नई के पास 19 अंक तक जाने का मौका है. आखिरी दो मैच के बीच में चेन्नई को अच्छा खासा ब्रेक भी मिल रहा है. 14 तारीख को कोलकाता के खिलाफ उसे घर में ही खेलना है. 5 दिन बाद 20 तारीख को आखिरी लीग मैच दिल्ली में खेलना है.
ये सारे समीकरण बताते हैं कि चेन्नई सुपरकिंग्स का प्लेऑफ में जगह बनाना अब तय है. हां, इस बात को लेकर जरूर पेंच है कि वो टॉप की 2 टीम में रहेगी या तीसरे, चौथे पायदान पर. प्वाइंट टेबल में टॉप की दो टीमों को मिलने वाले फायदे से आप वाकिफ ही हैं.
धोनी ने कैसे चमका दी टीम की किस्मत?
धोनी की टीम को सीजन की शुरूआत में सबसे बड़ा झटका लगा था. बेन स्टोक्स पूरी तरह फिट नहीं थे. वो बल्लेबाजी कर सकते थे लेकिन गेंदबाजी नहीं. चेन्नई ने उन्हें सोलह करोड़ से ज्यादा की कीमत पर खरीदा था. लेकिन उसके पास हाथ मलने के अलावा कोई और रास्ता नहीं था. उनकी गैरमौजूदगी में धोनी ने प्लान ‘बी’ पर काम किया. आपको जानकर हैरानी होगी कि अब बेन स्टोक्स फिट हैं लेकिन उन्हें प्लेइंग 11 में मौका ही नहीं मिल पा रहा है.
बेन स्टोक्स जैसा खिलाड़ी प्लेइंग 11 में जगह ना बना पाए ये बात क्रिकेट की दुनिया में आसानी से पचती नहीं है. लेकिन धोनी नाम की बजाए काम पर ध्यान देते हैं. वो महेश तीक्षणा, रवींद्र जडेजा और मोइन अली से 10 ओवर कराते हैं,
तीनों स्पिनर मिलकर 10 ओवर में सिर्फ 51 रन देते हैं. धोनी पाथिराना को पहले 12 ओवर में गेंदबाजी ही नहीं कराते. वो पहली बार 13वें ओवर में गेंद संभालते हैं. यानी अगले आठ ओवर में चार ओवर पाथिराना को फेंकने थे. ये सारी रणनीति तो सिर्फ एक मैच की है. धोनी पिछले 12 मैच से ऐसी छोटी छोटी लेकिन बड़ा असर करने वाली रणनीतियों पर काम करते रहे हैं.
अब जरा 2022 का साल याद कीजिए
चलिए अब आपको 2022 में ले चलते हैं. चेन्नई सुपरकिंग्स नौंवी पायदान पर थी. आईपीएल के 15 साल के इतिहास में सिर्फ दूसरी बार ऐसा हुआ था कि चेन्नई आखिरी दो पायदान पर रही हो. इससे पहले 2020 में भी टीम ने सातवीं पायदान पर फिनिश किया था. तब आईपीएल में 8 टीम खेला करती थीं. 2022 में धोनी को बीच सीजन में कप्तानी संभालनी पड़ी थी. पहले रवींद्र जडेजा कप्तानी कर रहे थे. पिछले सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स ने 14 लीग मैच में सिर्फ 4 मैच में जीत हासिल की थी.
पर जमकर सवाल उठे थे. धोनी पर सवाल उठे थे. धोनी और जडेजा में विवाद की खबरें आई थीं. कुल मिलाकर बहुत कुछ ऐसा हुआ था जिसके बाद इस सीजन में चेन्नई की टीम पर सभी की पैनी निगाहें थीं. धोनी ने अपनी धाक दिखा दी.
रोहित शर्मा का इम्तिहान अभी बाकी है
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— IndianPremierLeague (@IPL) May 10, 2023
अब कहानी के दूसरे किरदार की बात करते हैं. रोहित शर्मा लीग के सबसे कामयाब कप्तान हैं. पिछले सीजन में जो हालत धोनी की चेन्नई की थी वही उनकी मुंबई की थी. मुंबई के खाते में भी 14 लीग मैच में सिर्फ 4 जीत थी. 8 प्वाइंट के साथ लीग की सबसे कामयाब टीम आखिरी पायदान पर गिरी हुई थी. लीग के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था कि मुंबई आखिरी पायदान पर रही हो. मुंबई की सबसे खराब स्थिति 2009 में थी जब वो आठ टीम के टूर्नामेंट में सातवें पायदान पर थी.
अब वापस 2023 में लौट आइए. इस सीजन में भी मुंबई की शुरूआत अच्छी नहीं रही. पहले दोनों मैच में उन्हें बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा. पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उसे 22 गेंद बाकि रहते 8 विकेट से हराया. दूसरे मैच में चेन्नई ने 11 गेंद बाकि रहते 7 विकेट से हराया.
इसके बाद मुंबई ने वापसी की और उसके पास 11 मैच में 6 जीत के साथ 12 प्वाइंट हैं. फिलहाल वो प्वाइंट टेबल में तीसरी पायदान पर है. मुंबई के पास बाकि बचे तीन मैच जीतकर 18 प्वाइंट तक जाने का मौका है. क्योंकि 18 नंबर पर प्लेऑफ में जगह मिलने की काफी ज्यादा गारंटी होगी. लेकिन अगर अगले तीन में से एक मैच में भी बाजी फिसली तो बात 16 प्वाइंट पर आकर टिक जाएगी. जहां फैसला नेट रन रेट से होगा.
रोहित शर्मा की फॉर्म भी कर रही है परेशान
रोहित शर्मा ने इस सीजन के 11 मैच में खराब बल्लेबाजी की है. उनके खाते में कुल जमा 191 रन हैं. सिर्फ 17.36 की औसत है. वो तो भला है कि सूर्यकुमार यादव, इशान किशन और तिलक वर्मा जैसे बल्लेबाजों ने टीम को वापस पटरी पर ला दिया. अब इम्तिहान रोहित शर्मा का है. उन्हें अपने बल्ले की आग दिखानी होगी.
धोनी अगर 2022 के मुकाबले नौवीं पायदान से टीम को प्लेऑफ तक ले आए हैं तो मुंबई इंडियंस के फैंस की भी यही चाहत है. पेंच ये है कि अगर मुंबई को प्लेऑफ खेलना है तो रोहित शर्मा को फॉर्म में लौटना होगा. धोनी ने अपनी कप्तानी के साथ-साथ इस सीजन में अपने बल्ले से भी बीच-बीच में रंग जमाया है. रोहित इस मोर्चे पर बिल्कुल नाकाम दिखे हैं. अब मुंबई इंडियंस के लिए बाजी पलटने की जिम्मेदारी उन्हें ‘फ्रंटफुट’ पर आकर उठानी होगी. रोहित का ये बड़ा इम्तिहान बाकी है.