बीमार पति को ठेले पर लेटाकर रास्ते पर घूम रही थी पत्नी, जब सच सामने आया तो होश उड़ गए सबके…

जनपद में मानवता को शर्मसार करने वाला एक वाकया फिर सामने आया है. एक बीमार शख्स की पत्नी कड़कड़ाती ठंड में अपने पति को ठेले पर डाल कर खुद ही ठेला ढकलते हुए जिला अस्पताल पहुंची लेकिन पैसे न होने के चलते उसे इलाज नहीं मिला. वैसे तो उत्तर प्रदेश सरकार ने 108 एंबुलेंस की सेवा भी मुफ्त दे रखी है और गरीबों को इलाज भी, लेकिन एटा में इस बीमार शख्स को न तो एंबुलेंस की ही सुविधा मिली और न ही डॉक्टरी सहायता.
इलाज के लिए दिन भर भटकती रही!
रिपोर्ट के मुताबिक देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के सिराव गांव की रेखा नाम की एक महिला अपने बीमार पति का इलाज कराने के लिए उसे ठेले पर लेकर जिला अस्पताल पहुंची थी, लेकिन पीड़ित महिला का आरोप है कि जिला अस्पताल के चिकित्सक व कर्मचारियों ने बिना इलाज उसके बीमार पति को वापस लौटा दिया. पीड़िता रेखा के मुताबिक जब उसने चिकित्सकों से उसके पति को अस्पताल में भर्ती न करने का कारण पूछा तो उन्होंने तो कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन वहीं महिला ने बताया कि अस्पताल स्टाफ ने उसके पति को भर्ती कराने के नाम पर पैसों की मांग की.
पीड़िता का आरोप है कि वह अपने पति को ठेले पर लेकर इलाज के लिए दिन भर भटकती रही, लेकिन जिला अस्पताल के कर्मचारी व चिकित्सकों का दिल नहीं पसीजा. घंटों भटकने के बाद भी महिला के पति को जिला अस्पताल में भर्ती नहीं किया जिसके बाद पीड़िता गंभीर हालत में पड़े पति को ठेले पर ही लेकर वापस चली गई. इस मामले पर जब news 18 संवाददाता ने जिला अस्पताल के चिकित्सकों से बात करनी चाहिए तो उन्होंने सिरे से इस मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया. एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए तरह-तरह की योजनाएं व घोषणाएं की जाती हैं साथ ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए एंबुलेंस सेवा सरकार द्वारा दी गई है, लेकिन एटा की बदहाल मेडिकल व्यवस्था मानवता को शर्मसार कर रही है.
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