US की जॉब छोड़ किया देशसेवा करने का फैसला, रोज़ाना 10 घंटे सेल्फ स्टडी कर बनीं IPS

लोग अक्सर देशभक्ति की बातें किया करते हैं और देश की सेवा करने का हवाला दिया करते हैं, लेकिन उनकी देशभक्ति की असलियत का पता तो तब चलता है, जब किसी अच्छे वेतन वाली जॉब का ऑफर पाकर वे विदेश में ही सैटल हो जाते हैं और उनके देश सेवा के दावे धरे रह जाते हैं।
लेकिन इसके विपरीत कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो पैसे और कैरियर से ज़्यादा देशसेवा को महत्त्व देते हैं और मौका मिलने पर ख़ुद को साबित भी करते हैं। ऐसी ही एक महिला हैं निहारिका भट्ट , जिन्होंने विदेश की प्रतिष्ठित जॉब छोड़ कर देश सेवा करने के लिए IPS सर्विस जॉइन करने का निश्चय किया और ख़ूब मेहनत करके आईपीएस ऑफिसर बन कर ही दम लिया। चलिए जानते हैं इनकी पूरी कहानी…
अमेरिका में जॉब से किया रिजाइन और इंडिया आ गयीं
दरअसल निहारिका भट्ट अमेरिका में रहते हुए US फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के पद पर काम करती थीं। फिर एक दिन उन्होंने अमेरिका से अपने मम्मी पापा को फ़ोन करके अपनी एक इच्छा बताई, वह इच्छा यह थी कि वह भारत वापस आकर UPSC की परीक्षा देकर देश सेवा करना चाहती हैं। अपनी बेटी की इस बात को सुनने के बाद उनके मम्मी पापा ने भी इसके लिए अपनी स्वीकृति दे दी। बस फिर क्या था निहारिका ने बिना देर किए अमेरिका फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के की जॉब से रिजाइन कर दिया और इंडिया वापस आ गयीं। फिर भारत आकर उन्होंने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी।
आपको बता दें कि केजीएमयू में डॉक्टर एम एल भट्ट की बेटी निहारिका भट्ट लखनऊ की रहने वाली हैं, उन्होंने जयपुरिया स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और फिर इलेक्ट्रॉनिक्स से इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर विदेश में जॉब शुरू कर दी थी। जॉब के दौरान ही निहारिका ने निश्चय किया कि इनको यह जॉब छोड़कर IPS बनना है।
सारा वक़्त रूम में पढ़ाई किया करती थीं, मेहनत कर बनीं IPS
भारत में अपने घर आकर निहारिका सारा दिन रूम में बैठकर पढ़ाई करती थीं और जब खाना खाने का समय होता था तभी रूम से बाहर आती थीं। उन्हें किसी भी हाल में यह परीक्षा पास करनी थी, जिसके लिए वह पूरी लगन और मेहनत से पढ़ाई कर रही थीं। फल स्वरुप उनकी मेहनत का नतीजा भी वैसा ही आया जैसा निहारिका चाहती थीं, उन्होंने UPSC परीक्षा में 146वीं रैंक प्राप्त की और IPS ऑफिसर बनीं।
बिना कोचिंग की UPSC एग्जाम की तैयारी
आपको बता दें कि निहारिका ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए कोई भी कोचिंग क्लास ज्वाइन नहीं की थी बल्कि उन्होंने सेल्फी स्टडी करके ही परीक्षा की तैयारी की। निहारिका कहती हैं कि एग्जाम की तैयारी के दौरान उन्होंने रोजाना 10 घंटे से भी ज़्यादा समय पढ़ाई में बिताया था। जब वे दिल्ली में रहकर पढ़ाई करती थी तब भी उन्होंने अपना सारा कंसंट्रेशन केवल पढ़ाई में ही लगाया था। पढ़ने के अलावा होने और कुछ नहीं सूझता था, इसलिए उन्होंने इस दौरान किसी से बातचीत करना भी कम कर दिया था और हर जान पहचान वाले से दूर हो गई थीं।
निहारिका यह भी बताती है कि सिर्फ़ उनके मम्मी पापा के पास ही उनका फ़ोन नंबर था, उनके अलावा किसी-किसी को फ़ोन नंबर नहीं दिया था। अतः निहारिका ने पढ़ाई के अलावा और सारे सम्बंधों को कुछ समय के लिए ख़ुद से दूर कर दिया था और किसी भी तरह का डिस्टरबेंस उन्होंने अपनी पढ़ाई के बीच में आने नहीं दिया। इसी का नतीजा था कि केवल 1 साल तैयारी करके उन्होंने यह एग्जाम पास कर लिया।
इंटरनेट से की गई तैयारी इंटरव्यू में काम आई
IPS निहारिका ने बताया कि परीक्षा के दौरान जब उनका इंटरव्यू हुआ था, तब उनसे खाप पंचायतों और कई प्रकार के करंट अफेयर्स के बारे में भी प्रश्न पूछे गए थे, जिसका जवाब उन्होंने ठीक प्रकार से दे दिया था। दरअसल निहारिका ने इन टॉपिक्स के बारे में इंटरनेट की मदद से पढ़ रखा था इसलिए उन्हें इन सभी सवालों के जवाब देने में कोई दिक्कत नहीं आई।
गौरतलब है कि IPS निहारिका भट्ट का विवाह अर्जुन शर्मा से हुआ, जो की एक IAS ऑफिसर हैं। ख़ास बात यह है कि विवाह पश्चात निहारिका को अपने पति के कैडर को ज्वाइन करने के नियम का फायदा मिला और उनके कैडर को बदलकर यूटी कैडर कर दिया गया। निहारिका की लगन, परिश्रम और दृढ़ इच्छाशक्ति ने उन्हें उस मुकाम तक पहुँचा दिया, जहाँ पहुँचने के वे सपने देखा करती थीं। उनकी कामयाबी से सारे परिवार ने उन पर गर्व महसूस किया, क्योंकि उन्होंने जो सोचा, वह करके दिखाया।
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