WTC Final में विकेटकीपर को लेकर किसी दुविधा में नहीं भारत, केएस भरत पहली पसंद: रवि शास्त्री

आईपीएल खत्म होने के बाद भारत का अगला मिशन इंग्लैंड के ओवल मैदान पर खेले जाना वाला आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल है. टीम इंडिया ने इस मैच के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में केएस भरत और ईशान किशन को चुना है.
इस पॉजिशन के लिए उसकी पहली पसंद ऋषभ पंत थे लेकिन पंत का दिसबंर में एक भयानक कार एक्सीडेंट हो गया था, जिसके चलते वह अगले कई महीनों के लिए क्रिकेट मैदान से बाहर हैं.
भारतीय टीम ने इस मैच के लिए पहले केएस भारत के साथ केएल राहुल को टीम में रखा था. माना जा रहा था संभवत: राहुल के बल्लेबाजी में अनुभव को देखते हुए उन्हें विकेटकीपर की जिम्मेदारी सौंपी जाए क्योंकि वह सीमित ओवरों की क्रिकेट में यह भूमिका निभाते रहे हैं. लेकिन आईपीएल में फील्डिंग के दौरान चोटिल हो गए और उन्हें जांघ में गंभीर चोट लगी, जिससे उबरने के लिए उन्हें सर्जरी करानी पड़ी है.
भातर ने यहां अतिरिक्त विकेटकीपर के रूप में भले ईशान किशन को जगह दी है. लेकिन टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री मानते हैं कि इस मैच में केएस भरत को ही मौका मिलेगा. शास्त्री ने कहा कि भरत ने इस साल की शुरुआत में बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान विकेटकीपिंग की थी इसलिए उन्हें उम्मीद है कि प्रबंधन इस 29 वर्षीय को इशान पर तरजीह देगा.
शास्त्री ने ‘आईसीसी रिव्यू’ में कहा, ‘आपको देखना होगा कि कौन बेहतर विकेटकीपर है. क्या यह भरत है या ईशान किशन? अब तथ्य यह है कि भरत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौका दिया गया था, जहां उन्होंने सभी टेस्ट मैच खेले थे, मुझे लगता है कि वह एकादश में चुने जाने के लिए स्पष्ट पसंद होंगे.’
भरत ने विकेटकीपर के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन उम्मीद के मुताबिक बल्लेबाजी नहीं कर पाए. वह स्पिन की अनुकूल पिचों पर सिर्फ 101 रन ही बना पाए. दूसरी ओर किशन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौका नहीं मिला और आईपीएल के दौरान राहुल के चोटिल होने के बाद उन्हें डब्ल्यूटीसी की भारतीय टीम में शामिल किया गया.
शास्त्री ने संकेत दिया कि डब्ल्यूटीसी फाइनल के स्थल की परिस्थितियां तय करेंगी कि अंतत: किस विकेटकीपर को खेलने का मौका मिलता है. शास्त्री ने कहा, ‘देखिए, यह एक और कड़ा (फैसला) है. अब अगर दो स्पिनर खेल रहे हैं, तो आप चाहेंगे कि भरत खेलें.’
हालांकि भरत ने सिर्फ चार टेस्ट खेले हैं लेकिन लंबे फॉर्मेट में 90 फर्स्ट क्लास के मैचों का उनका घरेलू अनुभव उनका पलड़ा भारी करता है. दूसरी ओर ईशान ने अभी टेस्ट में पदार्पण नहीं किया है और उन्होंने 48 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं.
ईशान ने भरत की तुलना में बल्ले से अधिक उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने पिछले साल के अंत में चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय दोहरा शतक बनाया था. भारत और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के अनुभवी विकेटकीपर दिनेश कार्तिक को लगता है कि भरत के अनुभव को उन्हें डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए स्वत: पसंद बनाना चाहिए.
कार्तिक ने कहा, ‘मुझे लगता है कि भरत आसान पसंद होंगे क्योंकि ईशान किशन को पदार्पण करना है और सीधे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेलना उम्मीद से कुछ ज्यादा हो जाएगा.’
उन्होंने कहा, ‘और तथ्य यह है कि केएस भरत शायद बेहतर विकेटकीपर होने के कारण अपना पलड़ा भारी कर देते हैं. इसलिए मुझे लगता है कि वे फाइनल के लिए केएस भरत के साथ जाएंगे.’