T20 नहीं यशसवी जायसवाल को सबसे पहले टेस्ट फॉर्मेट में मिलना चाहिए मौका: कोच ज्वाला सिंह

T20 नहीं यशसवी जायसवाल को सबसे पहले टेस्ट फॉर्मेट में मिलना चाहिए मौका: कोच ज्वाला सिंह

इंडियन प्रीमियर लीग में टूर्नामेंट की नई शान बन रहे यशसवी जायसवाल भारतीय टीम में एंट्री के लिए दस्तक दे रहे हैं. क्रिकेट के कई जानकार मान रहे हैं कि जायस्वाल जिस प्रकार की लय में हैं और हर फॉर्मेट में रन बनाते आ रहे हैं. उसे देखते हुए वह दिन दूर नहीं, जब उनका चयन भारतीय टीम में होगा. लेकिन जायस्वाल के खेल को निखारने वाले उनके कोच ज्वाला सिंह मानते हैं कि उनका यह खिलाड़ी अपने इंटरनेशनल जीवन की शुरुआत टी20 या वनडे से नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट से करे तो बहुत अच्छा होगा.

हर फॉर्मेट के लिए तैयार हैं यशसवी जायसवाल

ज्वाला सिंह ने कहा कि यूं तो जायस्वाल अब हर फॉर्मेट के लिए तैयार दिख रहा है. लेकिन मैं चाहता हूं कि अगर वह भारतीय टीम के लिए अपने करियर की शुरुआत करते हैं तो उम्मीद करता हूं कि वह टेस्ट क्रिकेट से अपना इंटरनेशनल डेब्यू करें और उसमें शतक बनाएं. क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू शतक बनाना एक अलग ही बात होती है.

टीम इंडिया में कब मिलेगा मौका!

बात करते हुए ज्वाला सिंह ने आगे कहा, ‘हालांकि यह हमारे हाथ में नहीं है और चयनकर्ता हमसे ज्यादा बेहतर समझते हैं कि किस खिलाड़ी को कब और कहां मौका देना चाहिए. एक खिलाड़ी एक सैनिक की तरह होता है,

जो किसी भी फ्रंट पर परफॉर्मेंस करने के लिए तैयार रहता है और किसी भी भारतीय खिलाड़ी के लिए देश के लिए नीली जर्सी पहनना जितना अहम है उतना ही अहम उसके लिए भारतीय टीम के लिए सफेद जर्सी पहनना भी है.’

जायसवाल में देखी अपनी झलक

इस कोच ने कहा, ‘जायस्वाल में मैंने अपने आप को देखा है. जब मैं यूपी से मुंबई आया था, तो मैं भी उनकी तरह संघर्ष कर रहा था. तब कुछ लोगों ने मेरी भी मदद की थी. लेकिन मुझे उतनी गाइडेंस नहीं मिली, जिसकी दरकार थी. मुझे मदद मिली थी लेकिन टुकड़ों में मिली थी, जिससे चुनौतियां कम नहीं हुई.’

उन्होंने बताया, ‘मैं चोटिल होने के बावजूद जरूरत से ज्यादा प्रैक्टिस करता रहा और इससे नुकसान हुआ. लेकिन मैं यह सब यशसवी के साथ नहीं चाहता था. मैंने उसमें वही लगन और जुनून देखा था और अब मेरे पास अनुभव था, जिसके दम पर मैं उसका मार्गदर्शन कर सकता था. मैंने उसे प्रेरित किया और सही दिशा में आगे बढ़ाया तो रिजल्ट सभी के सामने है.’

सिर्फ बल्लेबाज नहीं ऑलराउंडर हैं यशसवी

कोच ज्वाला सिंह ने आगे बताया, ‘यशसवी सिर्फ एक बल्लेबाज ही नहीं हैं. वह कंप्लीट ऑलराउंडर हैं, जो बेहतरीन लेग ब्रेक बॉलिंग भी करते हैं. लेकिन अभी तक बॉलिंग में उनका इस्तेमाल नहीं हुआ है.

अगर आप उनके अंडर 19 वर्ल्ड कप को याद करें तो उन्हें तीन मौकों पर बॉलिंग मिली थी और उन्होंने तीनों ही बार टीम को ब्रेक थ्रू दिलाया था. ऐसे में मैं कहूंगा कि अभी तक दुनिया के सामने आधा यशसवी आया है. यशसवी का पूरा रूप आना तो अभी बाकी है, जब दुनिया उनकी बॉलिंग की भी धार देखेगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Don`t copy text!