पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार पीछे, बीजेपी छोड़ कांग्रेस की थी ज्वाइन

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने शुरू हो गए हैं। इस बार हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट खूब चर्चा में रही। वहां से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार को मैदान में उतारा है, जिन्होंने टिकट नहीं मिलने की वजह से बीजेपी छोड़ दी थी।
वो अभी अपनी सीट से पीछे चल रहे हैं।
शेट्टार काफी वक्त से हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट से चुनाव लड़ते आ रहे हैं, लेकिन बीजेपी ने इस बार महेश तेंगिनाकाई को मैदान में उतार दिया। दोनों ही लिंगायत समुदाय से आते हैं, जिनकी चुनाव में काफी अहम भूमिका होती है। ऐसे में प्रत्याशियों के ऐलान के साथ ही इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया था।
1980 से राजनीति में सक्रिय
शेट्टार का जन्म कर्नाटक के केरूर में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद 1980 में वो जनता पार्टी से जुड़ गए और यहीं से उनकी राजनीतिक यात्रा शुरू हुई। इसके बाद 1994 में वो बीजेपी में आ गए और हुबली-धारवाड़ सीट को अपना गढ़ बना लिया।
1994 में ही शेट्टार ने हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट से विधायक बने। उनके नाम 6 बार विधायक रहने का रिकॉर्ड है। जुलाई 2012 में जब कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनी तो शेट्टार को सीएम की कुर्सी मिली। हालांकि 2013 में पार्टी सत्ता से बाहर हो गई और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
20-25 सीटों पर प्रभाव?
जगदीश शेट्टार की कर्नाटक में अच्छी पकड़ है। उनका टिकट कटने से हड़कंप मच गया था। पूर्व CM बीएस येदियुरप्पा ने तो उनके लिए यहां तक कह दिया था कि अगर बीजेपी उनको टिकट नहीं देती तो उसका असर नॉर्थ कर्नाटक की 20-25 विधानसभा सीटों पर देखने को मिलेगा।
अभी भी पीएम मोदी का करते हैं सम्मान
वहीं बीजेपी छोड़ने के बाद भी जगदीश शेट्टार के घर और कार्यालय में पीएम मोदी और अमित शाह की फोटो लगी रही। चुनाव प्रचार के दौरान इसकी खूब चर्चा हुई थी। इस पर उन्होंने कहा था कि मोदी-शाह के लिए उनके मन में आज भी सम्मान है।