Cholesterol बढ़ने पर हमारे दोनों पैर देते हैं ऐसे इशारे, इग्नोर करना हो सकता है जानलेवा

कॉलेस्ट्रोल बढ़ जाने पर पैरों तक जाने वाली नसों में ब्लॉकेज होने लगती है, जिससे ब्लड फ्लो में रुकावट आती है. इसकी वजह से दोनों पैरों में दर्द उठता है जिससे काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है.
आमतौर पर पैरों के नाखून का रंग हल्का गुलाबी होता है, इसकी वजह खून है, लेकिन जब हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से नाखूनों तक ब्लड फ्लो सही तरीके से नहीं हो पाता, तो ऐसे में नाखून का कलर पीला होने लगता है.
सर्दी के मौसम में अगर पैर ठंडा हो जाए तो ये नॉर्मल है, इसमें घबराने की कोई बात नहीं, लेकिन अगर गर्मियों में भी ऐसा होता है तो ये चिंता का विषय बन जाता है. हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से खून पैरों तक ठीक से नहीं पहुंच पाने के कारण पैर ठंडे पड़ जाते हैं.
कई बार जब हम पैदल चलते हैं तो अचानक पैरों में मरोड़ होने लगता है, इसे फुट क्रैंप्स कहते है. ये कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वॉर्निंग साइन हो सकती है. ऐसे में तुरंत आप जाकर खून की जांच करा लें, वरना खतरा बढ़ सकता है.
पैरों और तलवे में घाव किसी को भी हो सकते हैं, लेकिन अगर ये काफी दिनों के बाद भी नहीं भर पा रहे हैं, तो ऐसे में ये ये खतरे की घंटी हो सकती है. आप लिपिड प्रोफाइल टेस्ट के जरिए कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर कराएं.