H3N2 इंफ्लूएंजा को लेकर दिल्ली सरकार अलर्ट, एडवाइजरी जारी; अधिकारियों को दिये गए ये निर्देश

H3N2 इंफ्लूएंजा को लेकर दिल्ली सरकार अलर्ट, एडवाइजरी जारी; अधिकारियों को दिये गए ये निर्देश

भारत में एच3एन2 इंफ्लूएंजा (H3N2 Influenza) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. देश में इससे अब तक कई लोगों की जान चली गई है. केंद्र सरकार भी इसे लेकर अलर्ट मोड (H3N2 Influenza Symptoms) पर है.

सरकार ने H3N2 इंफ्लूएंजा से बचाव के लिए राज्यों को एडवाइजरी जारी की है. इन सबके बीच दिल्ली सरकार भी अब अलर्ट मोड पर आ गई है. दिल्ली सरकार ने इसे लेकर शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने अधिकारियों को राष्ट्रीय राजधानी में ‘इन्फ्लूएंजा’ वायरस के मामलों का पता लगाने के लिए ज्यादा से ज्यादा जांच का निर्देश दिया है.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ‘इन्फ्लुएंजा’ के मामले मार्च के अंत तक आमतौर पर कम हो जाते हैं, लेकिन इस बार देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में इसके मामले सामने आए हैं.

भारद्वाज ने कहा कि सरकार की मास्क पहनना अनिवार्य करने की कोई योजना नहीं है. सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचने, बार-बार हाथ धोने आदि जैसे एहतियाती कदम उठाने पर अभी ध्यान दिया जा रहा है.

उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों को गंभीर अस्थमा या कोविड-19 है, वे सबसे अधिक इन्फ्लुएंजा की चपेट में आए हैं. पांच साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों को ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है.’

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र ने 6 राज्यों को कोविड परामर्श जारी किया है इसमें दिल्ली शामिल नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हालांकि हम इन्फ्लूएंजा को फैलने से रोकने के लिए परामर्श जारी कर रहे हैं. इन एहतियाती उपायों का कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के मामलों में पालन किया जाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘जिला निगरानी इकाइयों, स्वास्थ्य सुविधाओं और सरकारी अस्पतालों के अधिकारियों को दैनिक आधार पर स्थिति की निगरानी करने के निर्देश जारी किए गए हैं.

सभी जिलों को मामलों का पता लगाने के लिए यह सुनिश्चित करने कहा गया है कि जांच शीघ्र की जाए.’ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा ज्यादा मामले नहीं हैं, लेकिन हम सतर्क हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार जागरूकता फैलाने के लिए समाचार पत्रों और एफएम रेडियो चैनल पर विज्ञापन जारी करेगी. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) का कहना है कि भारत में इन्फ्लूएंजा के मामले ‘इन्फ्लूएंजा ए’ के उपस्वरूप ‘एच3एन2’ के कारण बढ़ रहे हैं.

‘इन्फ्लूएंजा ए’ के किसी अन्य उपस्वरूप की तुलना में ‘एच3एन2’ से पीड़ित लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर अधिक है. नाक बहना, लगातार खांसी और बुखार इसके लक्षणों में शामिल है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Don`t copy text!