नवीं फेल दूधवाले खरीद डाली करोड़ों की जैगुआर, जानिये कैसे हुआ ये चमत्कार

कौन कहता है आसमान में सुराख हो नहीं सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो इसी कहावत को सर्थाक करते हुए इस लड़के ने पढ़ाई में असफल होने के बाद दूध बेचकर जैगुआर कंपनी का मालिक बन गया । आज से लगभग 18 साल पहले एक लड़का नवीं कक्षा में फेल हो गया और घर वालो की डाट के बाद अपने दादा से बोला मुझे बड़ा आदमी बनना है बस, उसके दादा जगलाराम ने एक टूटी साइकिल दी और कहा कि जाओं दूध बेचो लेकिन दूध कहां से लाना है यह तुम्हे सोचना होगा फिर क्या राजवीर निकल पड़े टूटी साइकिल पर दूध बेचने उधार के पैसों से राजवीर ने पांच लीटर दूध बेचा और ऐसा बेचा कि आज वह तीन फैक्ट्रियों के मालिक हैं और 500 लोगो को रोजगार दे रखा है।
पहले दिन पांच किलो की बिक्री 22 हज़ार लीटर तक हो गयी है । और उन्होने दूध का कारोबार करने की ठान ली और वह जिले का सरस डेयरी का सबसे बड़ा डीलर बन गया लेकिन राजवीर को इतने से ही संतोष नहीं था लिहाजा उसने इंडस्ट्री एरिया में एक प्लॉट खरीदा। दो महीने दौड़-धूप कर लोन पास कराया और 2015 में श्रीश्याम कृपा नाम से इंगल बनाने की फैक्ट्री डाली।
देखते ही देखते देश की नामचीन सरिया बनाने वाली फैक्ट्रियां एलीगेंस टीएमटी, आशियाना इस्पात, कैपिटल इस्पात, राठी टीएमटी आदि यहां से माल लेने लगी। लेकिन राजवीर को अभी और बड़ा बनना था तो इस बार उसने उसने कार के गेयर पार्ट्स बनाने वाली दो फैक्ट्रियां विश्वकर्मा और धर्मेंद्रा इंडस्ट्री खोली। आज राजवीर के पास करीब 500 लोग काम कर रहे हैं। साथ ही तीन सीए भी रखे हुए हैं जो राजवीर के सारे कामकाज का हिसाब रखते हैं। उसने जिस साइकिल से दूध बेचने की शुरुआत की थी वह आज भी उसके घर पर संभाल रखी है ।