MS Dhoni जैसी है आकाश मधवाल की कहानी; कॉलेज में क्रिकेट से हुआ प्यार, दो साल की नौकरी के बाद दिया ट्रायल

MS Dhoni जैसी है आकाश मधवाल की कहानी; कॉलेज में क्रिकेट से हुआ प्यार, दो साल की नौकरी के बाद दिया ट्रायल

तेज गेंदबाज आकाश मधवाल के लिए बुधवार की रात किसी सपने से कम नहीं था. मुंबई इंडियंस के इस तेज गेंदबाज ने लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ आईपीएल 2023 के एलिमिनेटर मुकाबले में एक नया इतिहास रच दिया.

उन्होंने 3.3 ओवर में केवल पांच रन दिए और 5 विकेट अपने नाम किए, जोकि आईपीएल नॉकआउट में किसी भी गेंदबाज का अब तक का यह बेस्ट प्रदर्शन है.

मैच के बाद आकाश को जब प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला तो उनके आंखों से आंसू नहीं रुक पाए. आकाश के इन आंसुओं में खुशी कम दर्द ज्यादा नजर आ रहा था.

आकाश के संघर्ष की कहानी भी कुछ वैसी ही है, जैसे कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की रही है. धोनी भी रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी करने के बाद क्रिकेट में आए थे और आकाश ने भी दो साल तक इंजीनियर की नौकरी करने के बाद क्रिकेट का ट्रायल दिया.

2012 में ही पिता का साया हट गया

आकाश के पिता की भारतीय सेना के बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप में कार्यरत के दौरान मेरठ में जॉब के दौरान हार्ट अटैक से निधन हो गया था. आकाश के भाई आशीष मधवाल ने आज तक से बातचीत में कहा कि पिता के निधन से वह टूट गया था, लेकिन फिर उसने खुद को संभाला और क्रिकेट और पढ़ाई में फोकस किया.

कॉलेज के दौरान क्रिकेट से हुआ प्यार

आशीष ने बताया कि रूड़की के COER कॉलेज में जब आकाश ने 2013 में एडम‍िशन लिया था तो यहीं उसे उनके अंदर क्रिकेट के जुनून जागा. 2018 में जब उत्तराखंड क्रिकेट एसोस‍िएशन को मान्यता मिली तो उसने देहरादून में अपना ट्रायल दिया, जहां उनका सेलेक्शन हो गया. इस समय वह उत्तराखंड टीम के कप्तान भी हैं.

डेल स्टेन को मानते हैं अपना आदर्श

आकाश मधवाल गेंदबाजी में डेल स्टेन को अपना आदर्श मानते हैं और उन्हें ही फॉलो करते हैं. हालांकि उनके लाइफ में अवतार सिंह का बहुत बड़ा हाथ रहा है. शुरुआत में उन्होंने उसको सपोर्ट किया.

मां ने कहा- आज अक्कू ने नाम रोशन कर दिया

29 साल के आकाश से परिवार में सब प्यार से उन्हें अक्कू के नाम से बुलाते हैं. उनकी मां आशा मधवाल ने आजतक से बातचीत में कहा कि आज एगर अक्कू के पापा होते उन्हें बहुत खुशी होती, आज हम अकेले में ही सारी खुश‍ियां देख रहे हैं. अक्कू के पापा ने तो केवल नौकरी की, अब उनके लिए खुशी के दिन आए थे. आज उनकी बहुत कमी खल रही है.

उत्तराखड़ के रामनगर का रहने वाला है मधवाल का परिवार

आकाश का परिवार मूलत: उत्तराखंड के रामनगर का रहने वाला है, लेकिन उनका बचपन रूड़की में ही बीता. बीता. उनकी पढ़ाई रूड़की के आर्मी स्कूल और भीमताल में मौजूद हरमन मेनर स्कूल से हुई है.

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